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हां, डर लगता है मुझे,

बुद्धि के प्रकार: क्या आप जानते हैं आपकी बुद्धि कौन से प्रकार की है

सुबह से शाम तक हम कई लोगों से मिलते हैं, उनसे बातें करते हैं. और उनकी बुद्धि के प्रशंसा भी करते हैं, यह विचार करते हुए की उनकी बुद्धि कितनी उत्तीर्ण है कितनी सक्षम है. और कुछ लोगों  के बारे में हमारा कुछ अलग विचार भी होता है. क्या आपको पता है बुद्धि कितने प्रकार की होती है नहीं तो चलिए मैं बताता हूं, आपको की बुद्धि के प्रकार कितने होते हैं. और वह बुद्धि कार्य कैसे करती है.


बुद्धि के पांच प्रकार होते हैं जिनका उपयॏग करके इंसान निश्चय लेता है. उन निश्चय का मकसद डिपेंड करता है, कि वह निश्चय कौन सी बुद्धि द्वारा लिया गया है. तो हमारा जानना बहुत आवश्यक हो जाता है की बुद्धि के वह पांचो प्रकार कौन-कौन से हैं, और वह कार्य कैसे करते हैं.


१. कपट्टी बुद्धि: जिस भी इंसान के पास यह बुद्धि होती है, वह इंसान इस बुद्धि द्वारा केवल और केवल दूसरों को हानि पहुंचाता है. इस बुद्धि के उपयोग से इंसान केवल दूसरों के साथ छल करने धोखा देने का काम करता है. इस तरह की बुद्धि वाले इंसान कपट कर दूसरों का धन हरपने का प्रयास करते हैं. इस तरह के इंसान दूसरों के साथ छल कर अपना स्वार्थ सिद्ध करते हैं. इस तरह की बुद्धि वाले इंसान धोखा देने में माहिर होते हैं.


२. लालची बुद्धि: जिस भी इंसान के पास यह बुद्धि होती है, वह इंसान अत्यंत लालची होता है. इस बुद्धि का प्रयोग वह केवल अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए करता है. जिस भी इंसान के पास लालची बुद्धि होती है, वह इंसान अपने छोटे से फायदे के लिए दूसरों का कितना बड़ा भी नुकसान कर सकता है. इस तरह की बुद्धि वाले इंसान समाज और सामाजिक सिस्टम को अत्यधिक नुकसान पहुंचाते हैं, और समाज में भ्रष्टाचार फैलने का मुख्य कारण इस तरह की बुद्धि होती है.


३. राजनीतिक बुद्धि: जिस भी इंसान के पास इस तरह की बुद्धि होती है. वह इंसान अपने राज्य, राष्ट्रीय के विकास के लिए इस बुद्धि का प्रयोग करता है. इस तरह की बुद्धि द्वारा लिए हुए फैसला एक बहुत बड़े समाज यऻ समुदाय को प्रभावित करते हैं. इस बुद्धि का प्रयोग कर राजनेता राज्य और राष्ट्र के लिए हितकारी फैसले लेते हैं.


४. समदृष्टि बुद्धि: इस तरह की बुद्धि ईश्वर यऻ देव तुल्य इंसानों के पास होती है. उदाहरण के तौर पर युग पुरुष श्री राम, भगवान श्री कृष्णा, गौतम बुद्ध, चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य. इस तरह देवतुल्य बुद्धि को प्राप्त करने के लिए इंसान को अपने सभी विकारों के साथ कामनाओं इच्छाओं पर काबू पाना होगा.


५. सात्विक बुद्धि: इस तरह की बुद्धि जिस भी इंसान के पास होगी, वह सदैव यथासंभव सबका हित ही करेगा. इस तरह के बुद्धि वाले इंसान कभी भी किसी को हानि नहीं पहुंचाते. जिस भी इंसान के पास इस तरह की बुद्धि होती है. उस इंसान के साथ आप बुरा भी करोगे या उस इंसान के बारे में बुरा भी सोचोगे, तो भी वह आपका कभी अहित या बुरा नहीं करेगा. जिस भी इंसान के पास इस तरह की बुद्धि होती है, वह समाज के लिए अपने देश के लिए अपने समुदाय के लिए सदा ही हितकारी होता है. इस तरह के बुद्धि वाले इंसान ईश्वर को बहुत प्रिय होते हैं.


जय श्री कृष्णा

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