- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
इस पोस्ट को लिखने का मकसद केवल इतना है, की वैवाहिक जीवन जिसके नायक और नायिका 'पति और पत्नी' मिलकर रहे, सुख और शांति से अपना जीवन जी सके। और अपने वैवाहिक जीवन को सुख शांति और समृद्धि की ऊंचाइयों तक ले जा सके। हां यह संभव है, अगर आपने इस पोस्ट को अच्छे से समझा तो यह हो सकता है। अक्सर देखने में आया है कि, जब भी पति और पत्नी कुछ देर तक साथ बैठे और बातें करें, बातें करते-करते न जाने ऐसा क्या होता है, जिससे पति या पत्नी दोनों में से कोई एक क्रोधित हो जाता है। और फिर झगड़ा स्टार्ट हो जाते हैं। मैं मानता हूं कि, हम सभी को जीवन में कभी ना कभी प्रेम अवश्य हुआ होगा। कितनों ने अपने प्रेम का इजहार किया होगा और उनमें से कितनों को उनका मनपसंद साथी मिला होगा। कभी आपने विचार किया है, जब आप प्रेमी प्रेमिका की भूमिका में थे, तब आप बहुत देर तक एक साथ बैठकर बातें करते थे तब तो झगड़ा नहीं होते थे। तब तो सुख और आनंद की प्राप्ति होती थी। और हृदय में यह भाव हमेशा चलता रहता था, काश कुछ क्षण और मिल जाए साथ रहने का। पर वही जोड़ा, मैं सब की बात नहीं करता अपवाद होते हैं, पर मेजोरिटी यही है, कि वही जोड़ा जब...